साइबर हैकर्स का जाल ऐसा है कि आये दिन कोई न कोई बैंक ग्राहक इस जालसाजी का शिकार हो रहा है।

The Global Bulletin of India - GBI


 


बैंक ग्राहकों की आयेदिन एक शिकायत आरही है कि बिना उनकी अनुमति बिना कुछ किये ही उनके पैसे अपने आप कैसे चोरी हो रहे हैं। इसको लेकर काफी परेशान है। बैंक ग्राहक अपने ही पैसों के लिए बैंको के कानून के चक्कर ही लगाते है फिर भी उनके पैसे उनको वापस नही मिलते, और कुछ लोगों के कुछ पैसों की वापसी होती भी है तो काफी समय के बाद।


और बहुत से बैंक ग्राहक ऐसे है जिनको नियम कानून नही पता है तो बैंक उल्टा उन्ही से उस जालसाजी बिल को इंस्टॉलमेंट में वसूली करने की कोशिश करते है।


बैंको के क्रेडिट विभाग व ग्राहक के खाते की जानकारी व अन्य डिटेल की जानकारी कैसे इन साइबर हैकरों को होती है क्या प्राइवेट कंपनी के एम्प्लॉय नौकरी छोड़ने के बाद लीक करते है। या बैंक एम्प्लॉय की तरफ से कोई गलती होती है जो बैंक ग्राहकों के साथ ऐसी साइबर जालसाजी हो जा रही है।


हां कुछ बैंक ग्राहकों की उनकी गलती से भी ऐसा हो जाता हैं। और उनके पैसों की जालसाजी हो जाती है।


किन्तु अब ऐसा न हो इसके लिए सरकार आरबीआई और बैंक मिलकर साइबर हैकर्स सुरक्षा के मजबूत और ठोस कदम उठाएं है और उठाने की जरूरत है।


बैंक ग्राहकों को सतर्क रहने की जरूरत है। कोई भी कॉल या मैसेज आपके एटीएम कार्ड , डेबिट कार्ड व ऑनलाइन शॉपिंग का लिंक आये तो उससे सतर्क रहने की जरूरत हैं। नही तो आपके मेहनत की कमाई साइबर हैकर्स के द्वारा चुरा ली जाएगी।